गुलशन की फिक्र नही, वो बहार की बाते करते है
यारी का मतलब पता नही सच्चे यार की बाते करते है
ये बात हकीकत है साहिल शब्दो का यहाँ कोई मोल नही
सीने मे नही है दिल जिनके वो भी प्यार की बाते करते है
यारी का मतलब पता नही सच्चे यार की बाते करते है
ये बात हकीकत है साहिल शब्दो का यहाँ कोई मोल नही
सीने मे नही है दिल जिनके वो भी प्यार की बाते करते है
वाह..क्या खूब ....
ReplyDeleteगुलशन की फिक्र नही, वो बहार की बाते करते है
ReplyDeleteयारी का मतलब पता नही सच्चे यार की बाते करते है
Wah! Kya gazab likha hai!
waah ! bahut damdaar muktak.
ReplyDeleteek dum sahi baat kahi hai..............
ReplyDeleteअति सुन्दर शब्दों के मिलाप के साथ हकीकत की सही अक्कासी
ReplyDeletebhaut hi khubsurat prstuti....
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