Monday, January 24, 2011

गुलशन की फिक्र नही, वो बहार की बाते करते है
यारी का मतलब पता नही सच्चे यार की बाते करते है
ये बात हकीकत है साहिल शब्दो का यहाँ कोई मोल नही
सीने मे नही है दिल जिनके वो भी प्यार की बाते करते है

6 comments:

  1. वाह..क्या खूब ....

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  2. गुलशन की फिक्र नही, वो बहार की बाते करते है
    यारी का मतलब पता नही सच्चे यार की बाते करते है
    Wah! Kya gazab likha hai!

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  3. अति सुन्दर शब्दों के मिलाप के साथ हकीकत की सही अक्कासी

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